गूगल पर अमेरिका के लाखों नागरिकों का हेल्थ डाटा चोरी-छुपे इकठ्ठा करने का आरोप लगा है। गूगल पर पिछले एक साल में 21 राज्यों के लाखों नागरिकों का डाटा उन्हें बिना बताए इस्तेमाल करने का भी आरोप है। गूगल ने स्वास्थ्य सेवाएं देने वाली कंपनी असेंशन के साथ करार किया है। कंपनी अमेरिका के 20 राज्यों में करीब 150 अस्पतालों का संचालन करती है। कंपनी द्वारा संचालित अस्पतालों में इलाज कराने वाले मरीजों का डाटा, उनकी जानकारी के बिना गूगल क्लाउड पर अपलोड किया गया। सोमवार को असेंशन कंपनी के कुछ कर्मचारियों ने ही इस मामले का खुलासा किया।
गूगल और असेंशन ने मिलकर स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए प्रोजेक्ट नाइटेंगेल शुरू किया है। दोनों ही कंपनियों ने पिछले एक साल में लाखों मरीजों के स्वास्थ्य डाटा का विश्लेषण किया है। कंपनी का कहना है कि इस डाटा का इस्तेमाल रोगी की जानकारी चिकित्सक तक बेहतर तरीके से पहुंचाने में किया जाता है।
अमेरिका में मरीजों का हेल्थ रिकॉर्ड साझा करने की अनुमति
जानकारी के मुताबिक, असेंशन की तरफ से इकठ्ठा किए गए डाटा में मरीज का नाम, उम्र, जन्मतिथि, मेडिकल हिस्ट्री, बीमारी की जांच रिपोर्ट्स, उपचार और दवाइयों की जानकारी के साथ ही अस्पताल में भर्ती होने के आंकड़े शामिल हैं। हालांकि, अमेरिका में रोगियों का रिकॉर्ड स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने वाली कंपनियों के साथ साझा करने की अनुमति है, लेकिन लोगों ने इसके जरिए उनकी निजी जानकारी का इस्तेमाल करने और गोपनीयता भंग होने पर चिंता जताई है।
हेल्थ रिकॉर्ड पढ़ने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का इस्तेमाल
गूगल और एसेंशन के प्रोजेक्ट के तहत, मरीजों के स्वास्थ्य का रिकॉर्ड पढ़ने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का इस्तेमाल भी किया जा रहा है। कंपनियों का कहना है कि इससे बीमारी के स्तर की सटीक जानकारी जुटाने में मदद मिलती है और उसका उपचार बेहतर तरीके से किया जा सकता है। दोनों कंपनियों ने दावा किया है कि प्रोजेक्ट नाइटेंगेल के तहत जुटाए गए आंकड़ों से मरीजों के इलाज की दिशा भी तय की जा सकती है।